सोनम की तलाश में अंधविश्वास का सहारा: रहस्यमयी सफेद शर्ट, खून से सना रेनकोट और उल्टी तस्वीर का राज


भोपाल, 07 जून 2025:
मेघालय की रहस्यमयी वादियों में लापता इंदौर की नवविवाहित सोनम रघुवंशी की तलाश अब आध्यात्म और तंत्र की चौखट तक पहुंच गई है। 15 दिन बीत चुके हैं, लेकिन सोनम का कोई सुराग नहीं मिला है। मेघालय पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और 60 से ज़्यादा लोगों की सर्च टीम दिन-रात पहाड़ों, खाइयों और जंगलों की खाक छान रही है, लेकिन नतीजा अब तक शून्य है। थक-हारकर इंदौर में सोनम के घरवालों ने अब एक तांत्रिक उपाय अपनाया है - उन्होंने सोनम की तस्वीर को उल्टा करके घर के बाहर टांग दिया है, इस उम्मीद में कि यह टोटका उसकी वापसी की राह खोलेगा।

SIT की जगह CBI जांच की मांग

सोनम की गुमशुदगी और राजा रघुवंशी की संदिग्ध मौत ने पूरे केस को गहरी साजिश की शक्ल दे दी है। राजा की लाश 2 जून को बरामद हुई थी। वहीं, उसी दिन के आसपास का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें राजा और सोनम एक स्कूटी पर नजर आ रहे हैं। सोनम ने सफेद शर्ट पहनी हुई है। यह वही स्कूटी है जो बाद में लावारिस हालत में बरामद हुई थी। राजा की लाश के पास भी एक सफेद शर्ट मिली थी। क्या यह वही शर्ट है जो सोनम ने पहनी थी? क्या शर्ट की कड़ी सोनम की किस्मत से जुड़ती है? ये सवाल अब भी अनसुलझे हैं।

ज्योतिषीय भविष्यवाणी और दुर्भाग्य का धागा

ज्योतिषीय दृष्टिकोण से, सोनम और राजा दोनों ही मांगलिक थे। 11 मई को शादी के बाद उनके ज्योतिषी ने उन्हें 5 जून तक घर से बाहर न जाने की सख्त हिदायत दी थी। यहां तक कि सोनम की विदाई भी 31 मई से पहले नहीं होनी चाहिए थी। लेकिन शादी के तीन दिन बाद ही सोनम ससुराल चली गईं और 20 मई को दोनों हनीमून पर निकल गए। पहले असम और फिर मेघालय पहुंचे। परिवार का मानना है कि शायद यही जल्दबाज़ी उनकी तक़दीर में तूफान बनकर आई।

राजा और सोनम का मोबाइल 23 मई को अचानक बंद हो गया। इसके बाद 3 दिनों तक दोनों का कोई अता-पता नहीं था। 26 मई को उनके परिवार के लोग मेघालय पहुंचे। परिवार के ज्योतिषी ने दावा किया था कि दोनों को किसी पुराने घर में बंधक बनाया गया है, जिसके बाहर नीले रंग का बोर्ड है। उन्होंने यह भी कहा था कि 3 जून तक दोनों मिल जाएंगे। राजा तो 2 जून को मृत मिला, लेकिन सोनम अब भी लापता है। उसी ज्योतिषी के कहने पर अब सोनम की उलटी तस्वीर उसके घर के बाहर टांगी गई है।

तीन सुराग, एक सवाल: सोनम कहां है?

सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस को एक रेनकोट मिला था, जिस पर खून के धब्बे थे। लेकिन परिवार का दावा है कि वह रेनकोट सोनम का नहीं है। पुलिस मान रही है कि पर्यटक अक्सर स्थानीय बाजार से रेनकोट खरीदते हैं, और वही राजा-सोनम ने भी किया होगा। हालांकि, रेनकोट और सफेद शर्ट पर अभी भी संदेह की परतें जमी हुई हैं।

बॉर्डर पार साजिश? क्या घुसपैठियों ने अगवा किया?

चेरापूंजी से बांग्लादेश का बॉर्डर सिर्फ 22 किलोमीटर दूर है और वह खुला है, बिना किसी फेंसिंग के। ईस्ट खासी हिल्स के डीएम ने 8 मई को एक एडवाइजरी जारी कर बताया था कि बांग्लादेशी घुसपैठिए इलाके में लूट और हिंसा की साजिश रच सकते हैं, इसीलिए वहां रात का कर्फ्यू भी लागू था। राजा और सोनम वहीं रुके थे। ऐसे में, क्या बॉर्डर के पार की कोई ताक़त इस लापता कहानी का हिस्सा है, यह भी एक बड़ा सवाल है।

'पुलिस लाश ढूंढ रही है, मेरी बहन ज़िंदा है'

सोनम के भाई गोविंद रघुवंशी का आरोप है कि मेघालय पुलिस केवल लाश ढूंढ रही है। उन्होंने कहा, "मुझे यकीन है कि मेरी बहन ज़िंदा है। उसे उसी उम्मीद के साथ ढूंढा जाना चाहिए।" गोविंद को मेघालय में धमकियां भी मिली हैं। उनके पिता देवी सिंह ने अब कुछ लोगों को इंदौर से भेजा है ताकि गोविंद की मदद हो सके।

राजा और सोनम का रिश्ता समाज के माध्यम से जुड़ा था। दोनों ही रघुवंशी समाज से आते हैं। सोनम ने इंदौर से ग्रैजुएशन किया था। पिता को लकवा मारने के बाद राजा ने कारोबार संभाल लिया था। राजा का परिवार ट्रैवल बिज़नेस से जुड़ा है। शादी के बाद उनका इरादा कश्मीर जाने का था, लेकिन वहां हुए आतंकी हमले के कारण वे गुवाहाटी और फिर मेघालय चले गए।

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